सर्दियों में शहद का सेवन: जानें इसके फायदे, नुकसान और सही इस्तेमाल के तरीके
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सर्दियों में शहद का सेवन शरीर को गर्म रखता है और प्रतिरक्षा बढ़ाता है, लेकिन अधिक मात्रा या मिलावटी शहद से नुकसान भी हो सकता है। जानें सही तरीका।
मिलावटी शहद, अधिक सेवन या गलत तरीके से गर्म करने पर शहद सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, विशेषकर डायबिटीज़ रोगियों के लिए। बच्चों, एलर्जी पीड़ितों और कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में शहद का सेवन सावधानीपूर्वक या विशेषज्ञ की सलाह से ही किया जाना चाहिए।
नागपुर/ सर्दियों के मौसम में शहद को एक प्राकृतिक औषधि माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर को ऊर्जा देता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी समस्याओं से बचाव करता है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शहद का सेवन जितना फायदेमंद है, कुछ स्थितियों में यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सही मात्रा और सही तरीके से लेने पर ही इसका लाभ मिलता है।
सर्दियों में शरीर का तापमान तेजी से गिरता है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने लगती है। इस समय शहद एक प्राकृतिक हीट बूस्टर की तरह काम करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। सुबह गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से पाचन मजबूत होता है और वजन नियंत्रण में रहता है।
शहद गले की खराश, खांसी और बलगम की समस्या में भी एक घरेलू उपचार के रूप में जाना जाता है। कई अध्ययन बताते हैं कि यह शरीर में खून के संचार को सुधारने के साथ-साथ दिल के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। जिन लोगों को सर्द मौसम में थकान और सुस्ती महसूस होती है, उनके लिए यह एक प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर है।
लेकिन शहद से होने वाले नुकसानों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। सबसे पहले, बाज़ार में मिलने वाला मिलावटी शहद सेहत के लिए हानिकारक है। इससे ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है और डायबिटीज़ रोगियों के लिए जोखिम पैदा कर सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि डायबिटीज़ के मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के शहद का सेवन न करें।
इसके अलावा, एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद बिल्कुल नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे बोटुलिज़्म जैसी गंभीर समस्या का खतरा रहता है। शहद को गर्म पानी या गरम दूध में बहुत ज्यादा गर्म करके मिलाना भी गलत माना जाता है, क्योंकि इससे इसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।
कई लोग वजन घटाने की चाह में अत्यधिक शहद लेना शुरू कर देते हैं, लेकिन इससे कैलोरी बढ़ने का जोखिम होता है। शहद में प्राकृतिक शुगर होती है और अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह वजन बढ़ा सकता है। वहीं, एलर्जी से पीड़ित लोगों में खुजली, सूजन और त्वचा पर रैशेज़ जैसी प्रतिक्रियाएं भी हो सकती हैं। निष्कर्ष रूप में, सर्दियों में शहद का सेवन बेहद लाभकारी है, लेकिन यह तभी फायदेमंद है जब इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से लिया जाए। घर में शुद्ध, बिना मिलावट वाला शहद ही उपयोग करें और किसी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में विशेषज्ञ की सलाह अनिवार्य है।